ब्लॉग पर क्वालिटी कटेंट कैसे लिखे हिन्दी में | blog par quality content kaise likhe in hindi
ब्लॉग पर ट्रैफिक तब भी आता है जब आपके ब्लॉग का कंटेंट अच्छा हो, लेकिन बहुत कम लोग बात को फॉलो करते हैं। आप के ब्लॉग का ट्रैफिक पुरा निर्भर करता है की आप किस तरह से लिखते है।
क्यों लोग आपके ब्लॉग पर कुछ जानकारी लेने या अपनी समस्या का समाधान करने के लिए आते हैं। ना की ये देखने के लिए हर रोज कोई ना कोई लेख लिखते है।
क्या आर्टिकल में आपकी सबसे बड़ी समस्या का समाधान मिल सकता है वो है आपके आर्टिकल के साथ में लोग अटैच क्यों नहीं होते हैं?
यह बात तो हर कोई जानता है कि अगर आपके ब्लॉग के कंटेंट क्वालिटी है तो आपको अपने ब्लॉग का एसईओ भी करने की जरूरत नहीं होती है। क्यों गूगल लगभग उन्ही रैंकिंग देता है जो गुणवत्ता प्रदान करता है, जो गूगल के खोजकर्ताओं को अच्छा सामग्री देता है, जबकी दूसरी तरफ अगर आपके content में गुणवत्ता (quality) नहीं है तब कितना भी एसईओ करलो आप को मिली हुई रैंकिंग भी हाथ से चली जाएगी। इसके वेयर में या ज़्यादा जानकारी के लिए आप Google महत्वपूर्ण रैंकिंग कारक पढ़ सकते हैं।
कंटेंट रीडर्स के लिए लिखे या गूगल के लिए? Write for Content readers or for Google?
अगर मेरा वोट सुन्ना चाहते हैं तो मैं कहुगा ऑफ कोर्स रीडर्स के लिए ही लिखे, पर गूगल में रैंकिंग लेने के लिए कीवर्ड टारगेट करना या और भी ऑन पेज एसईओ करना ठीक है लेकिन लगभग कोशीश होना चाहिए की reader/visitor आपके ब्लॉग पर आने वाले कुछ वक्त के लिए रुके।
गूगल कैसे पता करता है की आपका कंटेंट क्वालिटी है? How does Google know your content is quality?
इस से पहले की हम बात करे कैसे गुणवत्ता ( quailty) content कैसे लिखते है, मुझे आपको बता दू गूगल हमारी या जो इंटरनेट का उपयोग करते है उसकी हर हरकत पर नजर रखता है। गूगल कैसे नजर रखता है या कैसे ट्रैक करता है वो आप को ये पता चल ही गया होगा।
Google को ये पता करना ज्यादा मुश्किल नहीं होता की कौनसा article गुणवत्ता (quality) है या कौनसा नहीं, गूगल पता कर ही लेता है आप आर्टिकल में क्या लिख रहे हो क्या नहीं हर वक्त्त आप के ब्लॉगर पर नजर रखे होता है।
बाउंस रेट | Bounce Rate
पोस्ट पेज पर बिल्कुल सही एसईओ करे। जब आपके बाउंस दर अच्छी होती है यानि कम होती है तो आपके ब्लॉग का सकारात्मक परिणाम होता है।
क्युकी बाउंस रेट का प्रतिशत जितना ज्यादा होता है readers आपके ब्लॉग को उतना ही अनदेखा करते हैं।
बाउंस रेट क्या है इसके बारे में एक आर्टिकल है आप उसे भी जरूर रीड करे, अगर आप नहीं जानते बाउंस रेट के बारे में या उसकी इम्पोर्टेंस के बारे में ।
पेज पर समय |Page On Time
यानी कि रीडर्स आपके कंटेंट पर कितने वक्त के लिए रुक रहा है। अगर रीडर्स ज्यादा वक्त के लिए आपके कंटेंट पर रहेगा तो आपके हाई चांस होगे रैंकिंग मिलने की। और इसी वजह से बड़े कंटेंट ज्यादा हाई रैंक करता है क्यों ऐसा कंटेंट को पढ़ने के लिए रीडर्स कंटेंट पर ज्यादा वक्त खर्च करता है।
SERP . पर CTR
सीटीआर (क्लिक थ्रू रेट) के प्रतिशत जितना ज्यादा होने का यह मतलब है होता है की लॉग सर्च इंजन में सर्च करते हैं टैब टॉप रिजल्ट मैं उन्हे आप की साइट ज्यादा पसंद आ रही है।
सामाजिक शेयर |Social Shares
जितने आपके सोशल शेयर होंगे उतने ही आपके रैंकिंग के चांस भी हाई होगे, Google किसी भी कंटेंट के सोशल शेयर हाई होने पर ये समझता है की यह कंटेंट यूजर के लिए ज्यादा फ्रेंडली है। फेसबुक, ट्विटर, Google+, Pinterest जैसी साइटों पर जरूर शेयर करे..
इसके अलावा और भी काई फैक्टर है जिसके मध्यम से गूगल कंटेंट की क्वालिटी का पता लगाता है।
आपके ब्लॉग बाउंस रेट, टाइम ऑन पेज गूगल एनालिटिक्स से देखा जा सकता है। और सीटीआर को देखने के लिए Google वेबमास्टर में लॉगिन कर सकते हैं और सोशल शेयर देखने के लिए कई टूल्स मुफ्त ऑनलाइन उपलब्ध है।
High Quality Articles Post कैसे लिखे ?
अब तक आप यह समझ गए हैं की Quality Article का पता कैसे चलता है तो अब आता है कि Quality Article को कैसे लिखे?
Niche कुछ टिप्स है जिससे आपकी कंटेंट राइटिंग स्किल काफी अप्रूव हो सकती है।
1.आप जो भी लिख रहे हैं वे Quality Article रहे।
2. अपना रुचि वाला विषय ले और उस पर लिखने से पहले अच्छे से रिसर्च करे।
3. टॉपिक पर रिसर्च हो जाने के बुरे अच्छे इंफॉर्मेशन कलेक्ट करे और उसे डीप मे समझिए।
4. अपना कंटेंट पब्लिश करने से पहले एक बार फिर से पढ़ ले, ये लिखने और पब्लिश करने के लिए टाइम में गैप रखे। जिनसे आप सोच सके की आर्टिकल में क्या कमी रह गई है।
5. अपने कंटेंट में सबहेडिंग (h2 & h3) का इस्तेमाल करे।
6. अपने पैराग्राफ शॉर्ट रखे , बहुत बातो को एक ही पैराग्राफ में ना समझाए , हमेश न्यू पॉइंट को पैराग्राफ ब्रेक करके शुरू करें।
7. अपने कंटेंट की शुरुआत अच्छी रखे, ताकी आपके रीडर्स आपके कंटेंट को आगे तक भी पढ़े, और कंटेंट के खतम होने पर अच्छे एंडिंग करे।
8. अपने सामग्री की मुख्य टॉपिक आकर्षक और सार्थक रखे । यानी रीडर्स को मेन हेडिंग पढ़ते ही पता लग जाना चाहिए कि आपका पुरा कंटेंट है किस बारे में।
9. अपना लेख अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे ताकि उनसे फीडबैक लेकर अपनी गल्तियो में सुधार किए जा सके ।
10. हमेशा जुनून से लिखे ना की लालच के चक्कर में, आपको लिखने में मजा आना चाहिए तबी पढ़ने वाले को भी मजा आया।
11.कंटेंट लिखे के बिच में गैप लेटे रहे, ऐसा नहीं की एक ही बार में कंटेंट पूरा करे और उस वक्त प्रकाशित कर दे। कोशिश करे बिच में कुछ समय का गैप ले ताकि जिसमे आप सोच के लिए आप और किस तरह से अपने कंटेंट में जान दाल सकते हैं।
12. व्याकरण पर ध्यान दे, अगर आपकी व्याकरण सही नहीं है तो Google translate उपयोग करे। या और भी कोई व्याकरण को सही करने के लिए सॉफ्टवेयर इस्तेमाल करें। और व्याकरण की तैयारी के लिए किताबें पढ़ते रहे।
13. दसरे ब्लॉगर के लेख पढते वक्त कोई मतलब समझ ना आए तो उस वक्त ट्रांसलेट करे।
14. हमेशा Conversational content लिखे , यानी कोशिश करे "aap (आप)" और "मैं (mai)" शब्द को यूज़ में लेने का। जिनसे आपके रीडर्स के साथ में और भी रिश्ता बनेगा।
15.अपना लेख सरल, किसी पहेली की तरह न रखें।
16. अगर आप हर रोज का एक कंटेंट बिना क्वालिटी का पब्लिश कर रहे हैं तो इसे अच्छा हफ्ते में एक ही पब्लिश करे लेकिन क्वालिटी के साथ करे।
17. इटैलिक, बोल्ड, अंडरलाइन का यूज करे और बनतीं कोशिश किसी भी कठिन कॉन्सेप्ट को इमेजेज या स्क्रीन शॉट से समझाएं ।
इन सभी स्टेप्स को फॉलो करके आप अपने लेख को काफी बेहतर कर सकते हैं, मुझे उम्मीद है कंटेंट को पढ़ने के बाद में आपका नया कंटेंट पिचले सब कंटेंट से क्वालिटी वाला होगा।
अगर कोई या टिप जो रे गए हो तो आप कमेंट में शेयर कर सकते हैं, या आपको ये जानकारी कैसी लगी हमे बताना ना भूले.. :) हैप्पी ब्लॉगिंग!
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